डॉ. देविका कुमारी अग्रवाल ने पीएचडी शोध प्रबंध का सफल प्रतिरक्षण किया

✍️ मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी“/ यीडा सिटी
गालगोटियास विश्वविद्यालय, स्कूल ऑफ लिबरल एजुकेशन की शोधार्थी डॉ. देविका कुमारी अग्रवाल ने अपने पीएचडी शोध प्रबंध “Democratization and its Impact on Caste and Class System: A Sociological Study in Some Villages of the District Gautam Buddha Nagar, Uttar Pradesh, India” का सफलतापूर्वक प्रतिरक्षण किया। यह उपलब्धि उनके शैक्षणिक जीवन का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

डॉ. अग्रवाल का शोध दर्शाता है कि लोकतंत्रीकरण की प्रक्रिया ग्रामीण उत्तर प्रदेश में हाशिए पर पड़े जाति और वर्ग समूहों के राजनीतिक प्रतिनिधित्व, सामाजिक-आर्थिक स्थिति और अंतर्विभागीय अनुभवों को किस प्रकार प्रभावित करती है। मिश्रित-पद्धति (mixed-methods) का उपयोग करते हुए उन्होंने सांख्यिकीय विश्लेषण और गुणात्मक कथाओं को जोड़ा, जिससे अकादमिक विमर्श और जमीनी हकीकत के बीच एक सार्थक सेतु का निर्माण हुआ।

अपनी सफलता पर बोलते हुए डॉ. अग्रवाल ने अपने पीएचडी पर्यवेक्षक डॉ. अंबिका प्रसाद पांडे के प्रति गहरा आभार व्यक्त किया और कहा कि उनके मार्गदर्शन के बिना यह शोध संभव नहीं हो पाता। उन्होंने अपने फील्ड अध्ययन के सहयोगियों और प्रतिभागियों का भी धन्यवाद किया, जिनमें विशेष रूप से मौहम्मद इल्यास ‘दनकौरी’ (संस्थापक/संपादक – Vision Live हिंदी समाचार पत्र एवं वेब मीडिया न्यूज़ नेटवर्क) और सुखबीर सिंह आर्य( प्रमुख समाजसेवी व वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अखिल भारतीय गुर्जर महासभा) तथा गौतमबुद्ध नगर जनपद के प्रतिभा गाँव के निवासियों का आभार प्रकट किया।

उन्होंने कहा कि प्रतिभा गाँव के सामुदायिक सदस्यों की सक्रिय भागीदारी और अनुभव साझा करने की उदारता इस शोध की सफलता में आधारशिला साबित हुई।

इस उपलब्धि पर पर्यवेक्षक डॉ. अंबिका प्रसाद पांडे ने कहा कि “डॉ. देविका कुमारी अग्रवाल की बौद्धिक जिज्ञासा और समर्पण भविष्य के समाजशास्त्रियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा स्रोत साबित होगा।”

गालगोटियास विश्वविद्यालय ने घोषणा की है कि डॉ. देविका कुमारी अग्रवाल को समाजशास्त्र (Sociology) में डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (PhD) की उपाधि प्रदान की गई है। यह शोध न केवल शैक्षणिक दृष्टि से बल्कि नीति-निर्माण और सामाजिक परिवर्तन के क्षेत्र में भी महत्त्वपूर्ण निहितार्थ प्रस्तुत करता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate

can't copy