
जिला कांग्रेस ने मर्जर के खिलाफ भरी हुंकार, सूरजपुर मुख्यालय पर दिया जोरदार धरना

मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी”/गौतमबुद्धनगर
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के 5000 प्राइमरी व माध्यमिक विद्यालयों को आपस में मर्ज करने के निर्णय के खिलाफ जिला कांग्रेस कमेटी गौतमबुद्ध नगर ने आज जिला मुख्यालय सूरजपुर पर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के समर्थन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया और इस फैसले को ‘छात्र-विरोधी’ व ‘जनविरोधी’ करार दिया।
कांग्रेस जिला अध्यक्ष दीपक भाटी चोटीवाला ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा,
“योगी सरकार छात्रों, बेरोजगारों और युवाओं के साथ अन्याय कर रही है। स्कूलों के मर्जर से ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। मिड डे मील के रसोइयों की नौकरियों पर खतरा मंडरा रहा है और B.Ed, BTC डिग्रीधारियों के रोजगार के अवसर भी सीमित हो जाएंगे।”
पूर्व जिला अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने कहा,
“जिस दिन उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी, इन अलोकतांत्रिक फैसलों को तुरंत वापस लिया जाएगा।”
जिला उपाध्यक्ष मुकेश शर्मा ने कटाक्ष करते हुए कहा,
“स्कूलों का मर्जर एक बहाना है, असली मंशा बेरोजगारी को छिपाना और नए रोजगार देना बंद करना है।”
प्रदर्शन के बाद जिला कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी वेद प्रकाश पांडेय को सौंपा। उन्होंने कार्यकर्ताओं को आश्वस्त किया कि ज्ञापन को उच्च स्तर तक पहुंचाया जाएगा और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
इस विरोध प्रदर्शन में प्रमुख रूप से मुकेश शर्मा, दिनेश शर्मा, आनंद शर्मा, पुनीत मावी, रिज़वान चौधरी, श्रुति कुमारी, धरम सिंह बाल्मीकि, अशोक पंडित, देवेश चौधरी, किशन शर्मा, निशा शर्मा, सतीश चंद्र, आर.के. प्रथम, तनवीर अहमद, नीरज लोहिया, चरण सिंह, राजकुमार शर्मा, नितीश चौधरी, अरुण भाटी, और मनोज शर्मा सहित सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।

कांग्रेस का स्पष्ट संदेश:
प्रदेश सरकार के छात्र-विरोधी फैसलों के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा, और जब तक यह निर्णय वापस नहीं लिया जाता, तब तक कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी।