
मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी”/लखनऊ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आज अखिल भारतीय गुर्जर महासभा, उत्तर प्रदेश के एक प्रतिनिधिमंडल ने लखनऊ स्थित उनके आवास पर मुलाकात की।
प्रतिनिधिमंडल ने समाजहित से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा, जिस पर सकारात्मक वार्ता हुई और मुख्यमंत्री ने उचित कार्रवाई का आश्वासन भी दिया।
इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे थे प्रदेश अध्यक्ष चंद्रवीर सिंह नागर, जिनके साथ प्रदेश संगठन महामंत्री अमरजीत चौधरी, प्रदेश महामंत्री एवं मीडिया प्रभारी चैनपाल प्रधान, तथा नोएडा महानगर अध्यक्ष सुशील अवाना मौजूद रहे।
इन मुद्दों पर हुई चर्चा:
- अखिल भारतीय गुर्जर महासभा को भवन आवंटन – सामाजिक संगठन को एक स्थायी कार्यालय मिल सके, जिससे समाजसेवा को और गति दी जा सके।
- ग्राम बीरोंडा (गौतमबुद्ध नगर) में बालक-बालिका कॉलेज का निर्माण – आरक्षित भूखंड पर उच्च शिक्षा की सुविधा के लिए कॉलेज की स्थापना की मांग।
- भारतीय सेना में गुर्जर रेजीमेंट की पुनः बहाली/सुदृढ़ीकरण – समाज की वीरता और सैन्य परंपरा को ध्यान में रखते हुए।
- प्रदेश सरकार और संगठनों में गुर्जर समाज की भागीदारी सुनिश्चित करने की मांग – नीति-निर्माण और सरकारी योजनाओं में समाज की भागीदारी बढ़ाने की दिशा में आग्रह।
- ग्रेटर नोएडा के तिलपता चौक का नाम परिवर्तन – ऐतिहासिक वीरता के प्रतीक गुर्जर राजा राव उमराव सिंह भाटी के नाम पर चौक का नामकरण करने की मांग।
मुख्यमंत्री ने दिया सकारात्मक आश्वासन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी प्रस्तावों और मांगों को गंभीरतापूर्वक सुना और प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाया कि सरकार समाज के हितों के प्रति पूरी तरह संवेदनशील है।
उन्होंने कहा कि गुर्जर समाज का योगदान उत्तर प्रदेश के सामाजिक और ऐतिहासिक विकास में अविस्मरणीय रहा है, और सरकार समाज के विकास में हरसंभव सहयोग देगी।
समाजहित में बड़ा कदम
अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रवीर सिंह नागर ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि,
“हम समाज के शिक्षात्मक, सामाजिक और सांस्कृतिक उत्थान के लिए कटिबद्ध हैं। मुख्यमंत्री से हुई यह मुलाकात निश्चित ही समाज के भविष्य के लिए दिशा तय करेगी।”
संगठन की सक्रियता से दिख रहा है नया मार्ग
महासभा के प्रदेश महामंत्री और मीडिया प्रभारी चैनपाल प्रधान ने बताया कि यह प्रतिनिधिमंडल समाज के जमीनी मुद्दों को लेकर गंभीरता से कार्य कर रहा है और आने वाले समय में प्रदेश के हर जिले में समाजहित के लिए संवाद और समाधान की प्रक्रिया को और तेज किया जाएगा।

यह पहल एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित
गुर्जर समाज की सांस्कृतिक धरोहर, वीरता और सामाजिक योगदान को मान्यता दिलाने की दिशा में यह पहल एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हुई यह मुलाकात, केवल संवाद नहीं बल्कि समाज सशक्तिकरण की दिशा में सार्थक कदम बनकर उभरी है।