
मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी”/गौतमबुद्धनगर
जनपद दीवानी एवं फौजदारी बार एसोसिएशन, गौतमबुद्ध नगर में आंतरिक मतभेद अब दो स्पष्ट खेमों में बंट चुके हैं। एक ओर संदीप भाटी (चिटहेरा) खेमा अधिवक्ताओं की सुरक्षा को लेकर आक्रामक रुख अपनाए हुए है, वहीं दूसरी ओर प्रमेन्द्र भाटी (खेमे) की ओर से बार के अधिवक्ताओं को फिर से एक मंच पर लाने की कोशिशें हो रही हैं।
🔫 पिस्टल बरामदगी को लेकर चेतावनी
बुधवार को संदीप भाटी (चिटहेरा) खेमे से जुड़े अधिवक्ताओं ने जिला जज से मुलाकात की और चेतावनी दी कि यदि बार परिसर में पिस्टल लाने वाले की गिरफ्तारी और हथियार की बरामदगी जल्द नहीं हुई, तो सोमवार को पुलिस कमिश्नर कार्यालय का घेराव किया जाएगा। उन्होंने इसे सिर्फ सुरक्षा का नहीं, बल्कि कानून के राज से जुड़ा मुद्दा बताया।

🕊️ श्रद्धांजलि के बहाने एकजुटता की पहल
वहीं दूसरी ओर, प्रमेन्द्र भाटी (खेमे) की तरफ से पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं किसान नेता स्वर्गीय राजेश पायलट की श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कर भावनात्मक एकता का प्रयास किया गया।
इस सभा में अधिवक्ताओं को आमंत्रित कर एक बार फिर से उन्हें जोड़ने और मतभेदों को मिटाने की कोशिश की गई।

🗳️ बार चुनाव की आहट
वरिष्ठ अधिवक्ताओं का मानना है कि बार के भीतर चल रही यह खींचतान अब सीधे-सीधे आगामी बार चुनाव की ओर बढ़ती दिखाई दे रही है।
जहां एक पक्ष आक्रामक रणनीति के जरिए दबाव बनाना चाहता है, वहीं दूसरा पक्ष सद्भाव का संदेश देकर समर्थन जुटाने में लगा है।

📌 घटनाक्रम सिर्फ आंतरिक असहमति नहीं, बल्कि नेतृत्व की भविष्य की लड़ाई
गौतमबुद्ध नगर बार एसोसिएशन का यह घटनाक्रम सिर्फ आंतरिक असहमति नहीं, बल्कि नेतृत्व की भविष्य की लड़ाई की बुनियाद है।
अगले कुछ दिनों में यह तय हो जाएगा कि अधिवक्ता समुदाय किस दिशा में एकजुट होता है — और किसके नेतृत्व को स्वीकार करता है।