
जालसाजी का जाल बुनने वाले गैंग का पर्दाफाश — तीन ठग गिरफ्तार, नकद, फर्जी दस्तावेज व मोबाइल बरामद
क्राइम रिपोर्टर, गौतमबुद्धनगर
गौतमबुद्धनगर जिले के जेवर थाना क्षेत्र में ठगी और टप्पेबाजी कर लोगों को लाखों का चूना लगाने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए पुलिस ने तीन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से फर्जी आधार कार्ड, मोबाइल फोन, एक मोटरसाइकिल और नकद 3000 रुपये बरामद हुए हैं। गिरोह खुद को कंपनी का स्टाफ, बाबा और ग्राहक बनाकर ठगी की सुनियोजित योजना पर काम करता था।
ठगी की पटकथा — कैसे फंसाते थे मासूमों को?
दिनांक 1 जून 2025 को एक व्यक्ति ने थाना जेवर में शिकायत दी कि करण यादव, तथाकथित गुप्ता, अनिल व एक अन्य व्यक्ति ने उसे 150 आरओ (वाटर प्यूरिफायर) लगाने के नाम पर ₹12,000 की ठगी की। इस शिकायत पर थाना जेवर पुलिस ने मु0अ0सं0 174/2025, धारा 318(4) BNS के तहत मामला दर्ज किया और जांच शुरू की।
गिरफ्तारी की कार्रवाई:
जेवर पुलिस ने 2 जून को चोरोली अंडरपास के पास से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया:
- कपिल पुत्र लक्ष्मण सिंह (निवासी चौकड़ा, थाना नोहझील, मथुरा)
- यतीश शर्मा पुत्र मुकुंदी लाल शर्मा (निवासी न्यू राज नगर, बुलंदशहर)
- पप्पन उर्फ प्रदीप पुत्र विष्णु (निवासी चरौरा मुस्तफाबाद, औरंगाबाद, बुलंदशहर)
इनके पास से बरामद:
🔸 ₹3000 नकद
🔸 6 फर्जी आधार कार्ड
🔸 5 मोबाइल फोन
🔸 मोटरसाइकिल प्लेटिना (UP85 BN 1621)
ठगी का तरीका – पेशेवर नाटकीय अंदाज़ में जाल बुनना
आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया कि:
🔹 पप्पन उर्फ प्रदीप, खुद को किसी फर्जी कंपनी का सुपरवाइज़र बताकर, लोगों को आरओ लगाने की स्कीम में फंसाता था।
🔹 उसका साथी यतीश शर्मा, खुद को उस कंपनी का मैनेजर बताकर “प्रोजेक्ट मीटिंग” जैसे माहौल में लोगों को विश्वास में लेता।
🔹 फिर, जितेन्द्र कुमार नामक फरार आरोपी, “ग्राहक” बनकर आता और झूठी कहानी सुनाता कि कंपनी ने उसके पैसे दबा रखे हैं।
🔹 इसके बाद कपिल, अपने को “तांत्रिक बाबा” बताकर जादुई मंत्र देने का लालच देता, जिससे “कोई उन्हें हरा नहीं सकेगा” और उनका धन बढ़ेगा।
🔹 टीम मिलकर मानसिक रूप से शिकार को भ्रमित कर धोखाधड़ी से नकद ऐंठ लेती थी।
यह गिरोह आम लोगों की धार्मिक आस्था, लालच और विश्वास को हथियार बनाकर, बड़ी चतुराई से उन्हें अपने जाल में फंसाता था।
अपराध का पुराना इतिहास भी उजागर
पप्पन उर्फ प्रदीप पहले भी कई संगीन मामलों में आरोपी रह चुका है। उस पर दर्ज मुकदमे:
- 302/120B/364/364A IPC — हत्या और अपहरण जैसे गंभीर अपराध
- 4/25 आयुध अधिनियम
- 379, 411 IPC — चोरी और संपत्ति से जुड़े अपराध
जबकि कपिल और यतीश शर्मा पर फिलहाल जेवर थाने में दर्ज धोखाधड़ी के मामले में कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस की तत्परता और अलर्टनेस की मिसाल
थाना जेवर पुलिस की सक्रियता से न केवल एक संगठित जालसाज गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, बल्कि आम जनता को ठगे जाने से भी बचाया गया। आगे की जांच में इस गिरोह से जुड़े और भी सदस्यों के नाम सामने आ सकते हैं।
विश्वास पर वार करने वालों पर अब कानून का करारा प्रहार।
आज के दौर में जब ठग नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को भ्रमित कर रहे हैं, तब सजग नागरिकता और सतर्क पुलिसिंग ही सुरक्षा की सबसे बड़ी गारंटी है।
नोएडा पुलिस की इस कार्रवाई ने एक बार फिर ये साबित किया है कि अपराध चाहे जितना चालाक क्यों न हो, कानून की पकड़ से बच नहीं सकता।