
गांव की बहू बनी रोशनी की वजह: समाजसेविका अर्चना सिंह के प्रयासों से रुस्तमपुर में लगीं स्ट्रीट लाइटस
गांव की विकास यात्रा में जुटीं अर्चना सिंह—सड़क से श्मशान तक, हर मोर्चे पर दिखाया संकल्प

मौहम्मद इल्यास “दनकौरी”/ रुस्तमपुर (यीडा सिटी)
दनकौर-रबूपुरा क्षेत्र के रुस्तमपुर गांव में लंबे समय से खराब पड़ी स्ट्रीट लाइट्स को अंततः समाजसेविका एडवोकेट अर्चना सिंह के प्रयासों से यमुना विकास प्राधिकरण ने मरम्मत करवा दिया है। इसके साथ ही कुछ नए खंभों पर भी स्ट्रीट लाइट्स लगाई गईं, जिससे गांव की गलियों में फिर से उजाला लौट आया।

गांव में था अंधेरा, अब चमक रहीं गलियां
गांव के खंभों पर लगी पुरानी लाइटें काफी समय से खराब थीं, जिससे शाम ढलते ही अंधेरा छा जाता था और लोगों को असुविधा होती थी। अर्चना सिंह ने इस विषय में प्राधिकरण से संपर्क साधा और नियमित फॉलोअप के बाद यह कार्य संपन्न हुआ।

सिर्फ रोशनी नहीं, विकास की पूरी तस्वीर गढ़ रही हैं अर्चना सिंह
रुस्तमपुर गांव निवासी एडवोकेट अर्चना सिंह लंबे समय से सामाजिक कार्यों में सक्रिय हैं। उन्होंने गांव के सरकारी स्कूल, तालाब, श्मशान घाट और सार्वजनिक स्थानों के सौंदर्यकरण के लिए निरंतर प्रयास किए हैं। स्वच्छता अभियान से लेकर जनसुविधाओं की मांग तक, वे गांव के हित में हमेशा आगे रहती हैं।

60 मीटर इंटरसिटी रोड की हालत सुधारी, प्राधिकरण को जगाया
ग्रेटर नोएडा से दनकौर होते हुए रबूपुरा-जेवर की ओर जाने वाली 60 मीटर इंटरसिटी रोड जर्जर स्थिति में थी। अर्चना सिंह ने यमुना विकास प्राधिकरण का ध्यान इस ओर आकर्षित किया। उनके प्रयासों से प्राधिकरण हरकत में आया और सड़क का पुनर्निर्माण कराते हुए क्षेत्रवासियों को बेहतर यातायात सुविधा उपलब्ध कराई।

समाज सेवा के प्रति समर्पित अर्चना सिंह ग्रामीण विकास की एक प्रेरणास्रोत बनकर उभरी हैं। उनके प्रयास यह दर्शाते हैं कि यदि संकल्प सच्चा हो, तो जनसुविधाओं के लिए सरकारी तंत्र को भी सक्रिय किया जा सकता है।