संयुक्त किसान मोर्चा के एक गुट की डी.एम. के साथ बैठक

मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी” /गौतमबुद्धनगर

संयुक्त किसान मोर्चा के एक गुट की  डी.एम. गौतमबुद्धनगर के बैठक  कलेक्ट्रेट में हुई। इस बैठक में 10% प्लॉट एवं समान मुआवजा तथा नए भूमि अधिग्रहण कानून के लाभ दिए जाने की मांग के संबंध में जल्द शासन स्तर की वार्ता के साथ ही सभी प्राधिकरणों एवं बिल्डर परियोजनाओं तथा अन्य संस्थाओं के स्तर की समस्याओं का समाधान किए जाने हेतु  जल्द वार्ताओं की तिथि दिए जाने का किसानों को भरोसा दिलाया गया । उधर 26 जनवरी को ट्रैक्टर तिरंगा मार्च निकले जाने का भी किसानों ने ऐलान किया।

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर जनपद में पुराने 1894 के कानून के तहत जमीन लिए जाने से प्रभावित सभी किसानों को 10 फीसदी विकसित प्लॉट तथा समान एवं बढ़ा हुआ मुआवजा दिए जाने तथा 1 जनवरी 2014 के बाद जमीन लिए जाने से प्रभावित सभी किसानों को नए भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के अनुसार बाजार दर का चार गुना मुआवजा, 20% प्लॉट तथा सभी भूमिधर तथा भूमिहीन किसानों को रोजगार एवं पुनर्वास की सुविधाएं दिलाने तथा आबादियों का निस्तारण किए जाने की मांग को लेकर चलाए जा रहे राष्ट्रव्यापी आंदोलन के तहत कल 22 जनवरी-2025 को किसानों की बैठक जिलाधिकारी  से कलेक्ट्रेट के सभागार में हुई। संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से 10% प्लॉट एवं नए कानून के संबंध में जल्द शासन स्तर की वार्ता तय कराई जाने एवं स्थानीय स्तर की समस्याओं के संबंध में प्राधिकरण वार्ता रखे जाने का प्रस्ताव रखा जिस पर जिलाधिकारी द्वारा जल्द ही शासन स्तर की वार्ता कराने एवं प्राधिकरणों व परियोजनाओं के स्तर की समस्याओं का समाधान करने के लिए संबंधित संस्थानों से किसानों की वार्ताएं जल्द ही तय कराने का आश्वासन मोर्चा के नेताओं को दिया।


उधर संयुक्त किसान मोर्चा में जुड़े सभी 14 संगठनों के नेताओं द्वारा दिनांक 26 जनवरी को होने वाली ट्रैक्टर तिरंगा यात्रा को ऐतिहासिक बनाने के लिए ग्रेटर नोएडा के अंसल गोल्फ लिंक में स्थित भाकियू टिकैत के कार्यालय पर ठोस रणनीति बनाई गई जिसमें राष्ट्रीय स्तर के संयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा 26 जनवरी को देश भर में ट्रैक्टर तिरंगा मार्च निकाले जाने के लिए  जिम्मेदारी और रूट प्लान तैयार किया गया, जिसमें यह सुनिश्चित किया गया कि किसी बड़े हाइवे या भीड़ भाड़ वाले इलाके से यात्रा की नहीं निकली जाएगी, जिससे कि आम लोगों को असुविधा का सामना करना पड़े।

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