ESIC अस्पताल सेक्टर 24 नोएडा में दवाई घोटाला में कई डॉक्टर फंसे
आर्य सागर खारी
देश के करोड़ों मजदूरों की सामाजिक सुरक्षा इलाज के लिए बनी संस्था ‘कर्मचारी राज्य बीमा निगम’ द्वारा संचालित Esic नोएडा सेक्टर 24 अस्पताल में पिछले अनेक वर्षों से दवाई घोटाले को अंजाम दिया जा रहा है जिसको खुलासा एक आरटीआई के माध्यम से हुआ है।
सरकारी दवा निर्माता कंपनियों से दवाई की खरीद ना कर प्राइवेट फार्मा कंपनियों से दवाई खरीदी जा रही है पिछले 42 महीना में खून को पतला करने वाली दवाई जिसकी एक गोली जिसकी सरकारी सेक्टर में कीमत 50 से 60 पैसे है उसे 9 से ₹10 में खरीदा गया वहीं कैल्शियम की गोली जिसकी कीमत ₹2 है उसे भी ₹9 से अधिक मूल्य पर प्राइवेट कंपनियों से खरीदा जा रहा है।
पिछले 4 वर्षों में लगभग 8 करोड़ के लगभग की दवाई प्राइवेट सेक्टर से खरीदी गई जबकि सरकारी क्षेत्र की कंपनियों से महज खाना पूर्ति के तौर पर ₹3 लाख की दवाई खरीदी गई।
जबकि दिल्ली मुख्यालय का वर्ष 2021 का आदेश था कि सरकारी कंपनियों से ही दवाई खरीद की जानी चाहिए।
अस्पताल के शीर्ष प्रशासनिक अधिकारी दवाई घोटाले को अंजाम दे रहे हैं जिसमें मुख्यत: डॉक्टर ही शामिल है प्राइवेट कंपनियों से मोटा कमीशन जो मिलता है। यदि यह खेल देश के अन्य श्रम व रोजगार मंत्रालय भारत सरकार द्वारा पोषित इस निगम संगठन के अस्पतालों डिस्पेंसरी में चल रहा है तो यह अरबों खरबों का घोटाला साबित होगा।
हम इस मामले की शिकायत केंद्रीय श्रम व रोजगार मंत्री व प्रधानमंत्री कार्यालय से कर रहा हूं सरकार यदि संज्ञान नहीं लेती है तो केंद्रीय लोकायुक्त से भी इसकी शिकायत की जाएगी उचित प्रारूप में।
लेखक:- आर्य सागर खारी, सामाजिक चिंतक ,विचारक और सूचना का अधिकार कार्यकर्ता है।