3000 से ज्यादा प्रदर्शक, 14 प्रदर्शन सेक्टर, 100 से अधिक देशों से पूर्व–पंजीकृत खरीदार, क्षेत्रीय शिल्प और ज्ञान सेमिनार 5 दिनों के शो को करते हैं परिभाषित
Mohammad Ilyas-Dankauri/Greater Noida
इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट, ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे में 12 से 16 अक्टूबर 2023 तक एक साथ आयोजित होने वाले आईएचजीएफ दिल्ली मेला- ऑटम और दिल्ली फेयर फ़र्नीचर 2023 के 56वें संस्करण का उद्घाटन आज ईपीसीएच के अध्यक्ष दिलीप बैद ने किया। इस अवस पर आईईएमएल के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार की गरीमामयी उपस्थिति रही। ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक आर के वर्मा ने बताया कि इस अवसर पर ईपीसीएच के उपाध्यक्ष डॉ. नीरज खन्ना आईएचजीएफ दिल्ली मेला- ऑटम और दिल्ली मेला-फर्नीचर 2023 रिसेप्शन समिति के अध्यक्ष श्री नरेश बोथरा एवं उपाध्यक्ष एस के गोयल आईएचजीएफ दिल्ली मेला- ऑटम और दिल्ली मेला-फर्नीचर 2023 रिसेप्शन समिति के, ईपीसीएच के प्रशासन समिति के सदस्य राज के मल्होत्रा, रवि के पासी, श्री डी. कुमार, सागर मेहता, सलमान आजम, गिरीश अग्रवाल, लेखराज माहेश्वरी, नावेद उर रहमान, अरशद मीर, सिमरनदीप सिंह कोहली, राजेश जैन, सुश्री जेस्मिना ज़ेलियांग, के.एल. रमेश, हंसराज बाहेती, मुचल्ला, भी मौजूद रहे। मेले की सफलता की कामना के साथ अपने एक संदेश में भारत सरकार की केंद्रीय कपड़ा और रेलवे राज्य मंत्री, श्रीमती. दर्शना वी. जरदोश ने आईएचजीएफ दिल्ली मेले की सराहना करते हुए इसे शिल्प उद्योग को बढ़ावा देने और उन्हें बातचीत करने, ज्ञान साझा करने और व्यावसायिक अवसरों का पता लगाने का एक उत्कृष्ट माध्यम बताया । उन्होंने मेला आयोजकों और प्रदर्शकों की सराहना की जो अपनी कड़ी मेहनत, रचनात्मकता और उद्यम के साथ भारत के दूरदराज के क्षेत्रों से हस्तशिल्प के निर्यात को बढ़ाने में सक्षम हैं। साथ ही बड़ी संख्या में प्रदर्शकों, विशेष रूप से छोटी और मध्यम संस्थाओं को एक मंच प्रदान करने में ईपीसीएच की भूमिका की भी सराहना की। ‘लोकल फॉर ग्लोबल’ के विचार की सराहना करते हुए उन्होंने आयोजित मेलों के उद्देश्य को भारत सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण के अनुरूप बताया। इसके साथ ही उन्होंने काह कि ऐसे आयोजन का उद्देश्य न केवल स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देना और आयात पर निर्भरता कम करना है, बल्कि निर्यातकों को मैन्यूफैक्चरिंग के लिए प्रोत्साहित करना और स्थानीय सामग्रियों के साथ-साथ कौशल का उपयोग करके वैश्विक बाजार के लिए उत्पाद तैयार करना भी है।
अपने स्वागत भाषण में, ईपीसीएच के अध्यक्ष दिलीप बैद ने बदलते समय के बीच चुनौतियों का सामूहिक रूप से सामना करने और सेक्टर में उत्साह बनाए रखने के लिए हस्तशिल्प प्रदर्शकों की लचीलेपन की सराहना की। उन्होंने परिषद के पूर्व अध्यक्षों के नेतृत्व में हस्तशिल्प बिरादरी के प्रयासों की सराहना की और आईएचजीएफ दिल्ली मेले की अनुकरणीय विरासत का श्रेय उनकी कड़ी मेहनत, दूरदर्शिता और नेतृत्व को दिया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह क्षेत्र और मेला लगातार ताकत हासिल करता रहेगा और दुनिया के सबसे सफल हस्तशिल्प मेलों में से एक के रूप में विकसित होता रहेगा। आईएचजीएफ दिल्ली फेयर और दिल्ली फेयर-फर्नीचर के 56वें संस्करण के उद्घाटन की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा, “यह आयोजन देश के सबसे बड़े और सबसे प्रतिष्ठित व्यापार मेलों में से एक है, जो हमारे सदस्य निर्यातकों, जो लगभग तीन दशकों से अपनी उत्कृष्ट शिल्प कौशल और अद्वितीय उत्पादों को दुनिया के सामने प्रदर्शित कर रहे हैं, उनकी उद्यमशीलता की भावना और रचनात्मकता का प्रमाण है। इसका श्रेय विदेशी खरीददार समुदाय को भी जाता है, जिन्होंने ईपीसीएच में आस्था और विश्वास जताया है और पिछले 30 वर्षों से शो के प्रत्येक संस्करण में लगातार भाग लिया है।”
दिल्ली फेयर फर्नीचर के बारे में साझा करते हुए, उन्होंने आगे कहा, कि “फर्नीचर व्यापार के पारखी लोगों के लिए तैयार किया गया एक शो है, यह भारत भर में फैले शिल्प समूहों और उत्पादन क्षेत्रों से आधुनिक डिजाइन, नवाचार, हस्तनिर्मित संलयन और समकालीन और नए युग की सामग्रियों का विस्तृत चयन लाता है। दिल्ली फेयर फ़र्नीचर आयातकों, थोक विक्रेताओं, रिटेल चेन्स और सभी चीज़ों के फ़र्नीचर और सहायक उपकरण में काम करने वाले डिज़ाइन पेशेवरों के लिए वन स्टॉप सॉल्यूशन भी साबित होगा। आईईएमएल के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार ने कहा, कि “आईएचजीएफ संस्करण दर संस्करण कई गुना बढ़ चुका है। ईपीसीएच द्वारा चलाए गए व्यापक प्रचार अभियान के साथ, बड़ी संख्या में विदेशी खरीदार, थोक विक्रेता और खुदरा विक्रेता पहले ही शो में आने के लिए पंजीकरण करा चुके हैं। इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट, अपनी विश्व स्तरीय सुविधाओं के साथ आगंतुकों की इतनी बड़ी भीड़ की मेजबानी करने के लिए एक आदर्श स्थान है। उन्होंने इस क्षेत्र को समर्थन देने के लिए सरकार को धन्यवाद दिया।
ईपीसीएच के उपाध्यक्ष डॉ. नीरज खन्ना ने बताया कि मेले में 100 से अधिक देशों के विदेशी खरीदारों के आने की उम्मीद है। शो में प्रमुख भारतीय खुदरा/ऑनलाइन ब्रांडों के नियमित और नए आगंतुक भी आएंगे। उन्होंने अपनी बात को विस्तार देते हुए कहा, “ईपीसीएच सूक्ष्म और लघु उद्यमियों, कारीगरों और शिल्पकारों को अपने विरासत शिल्प कौशल का प्रदर्शन करने के लिए आईएचजीएफ दिल्ली मेले का विपणन मंच प्रदान करके क्षेत्रीय शिल्प को बढ़ावा देने के लिए नियमित रूप से प्रयास कर रहा है। इन उद्यमों की जीवंतता भी आने वाले विदेशी खरीद समुदाय के लिए आकर्षण में से एक हैं।” आईएचजीएफ दिल्ली मेला, ऑटम और आईएचजीएफ दिल्ली मेला फर्नीचर 2023 के मेला अध्यक्ष नरेश बोथरा ने कहा, कि “इस आयोजन में व्यापार महत्व के विभिन्न सामयिक मुद्दों पर प्रमुख उद्योग पेशेवरों और अंतरराष्ट्रीय सलाहकारों द्वारा सेमिनार आयोजित किए जाएंगे। इन विषयों में आपूर्ति श्रृंखलाओं को अनुकूलित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मल्टी-मोडल परिवहन का लाभ उठाना ; डिज़ाइन रुझान एवं पूर्वानुमान; वैश्विक विकास के लिए एक सफल ऑनलाइन मार्केटिंग रणनीतियाँ बनाना; और शो के दौरान इनोवेटिव पैकेजिंग रणनीतियों के माध्यम से सफलता प्राप्त करना जैसे विषय शामिल हैं। आईएचजीएफ दिल्ली मेला, ऑटम और आईएचजीएफ दिल्ली मेला फर्नीचर 2023 के मेला उपाध्यक्ष एस.के. गोयल, ने कहा, कि “3000 प्रदर्शकों द्वारा मेले का व्यापक चयन, सामूहिक रूप से एक ही मंच पर सोच कर तैयार की गई अवधारणाओं और उत्पादों का एक पूरा स्पेक्ट्रम प्रदान करता है। यह विविधता कई देशों के खरीदारों को इस शो में आकर्षित करती है।”
ईपीसीएच दुनिया भर के विभिन्न देशों में भारतीय हस्तशिल्प निर्यात को बढ़ावा देने और उच्च गुणवत्ता वाले हस्तशिल्प उत्पादों और सेवाओं के एक विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता के रूप में विदेशों में भारत की छवि और होम,जीवनशैली,कपड़ा, फर्नीचर और फैशन आभूषण और सहायक उपकरण के उत्पादन में लगे क्राफ्ट क्लस्टर के लाखों कारीगरों और शिल्पकारों के प्रतिभाशाली हाथों के जादू की ब्रांड इमेज बनाने के लिए जिम्मेदार एक नोडल संस्थान है। इस अवसर पर ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक आर के वर्मा ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान हस्तशिल्प निर्यात 30019.24 करोड़ रुपये (3728.47 मिलियन डॉलर) रहा।